ये दुनियाँ इक गाड़ी टेशन,
पल दु पल सुस्ताना हे।
गाड़ी आही जब टेशन मा,
सब ला चढ़ के जाना हे।
कोन रहे बर आय इहाँ हे,
काकर इहाँ ठिकाना हे।
गाड़ी आही जब टेशन मा,
सब ला चढ़ के जाना हे।
अपन करम के गठरी बाँधे,
रद्दा खर्ची राख बने।
खीसा टमरय घेरी बेरी,
टमर टमर के फेर गने।
कतको मन हर ब्याकुल हावे,
डर मा चोर लुटेरा के।
ताकत हावय घड़ी ल कतको
गाड़ी आये बेरा के।
टिकिस कटा के करत अगोरा,
भीड़ इहाँ मनमाना हे।
गाड़ी आही जब टेशन मा,
सब ला चढ़ के जाना हे।
ककरो ककरो रिजर्वेशन हे,
स्लीपर ऐसी कोच म।
वेटिंग वाले टिकिट धरे हे,
कतको हे परे सोच मा।
जनरल वाला धक्का खा खा
खड़े खड़े पछताही।
जेकर जइसे करम कमाई,
सीट ल वइसन पाही।
कतको झन हा बिना टिकिट के,
जाही करत बहाना हे।