मोर धरती मोर मईयां, मोर छत्तीसगढ़ के भुइयां।
तोर बेटा आन दाई वो, परत हन तोर पईयां ।
तोर कोरा मा हमन दाई, आये हवन वो ।
बड भागी आन माया पाए हवन वो ।
हमर जिनगी नइया के तँय हर खेवइया ।
तोर बेटा आन दाई वो, परत हन तोर पईयां ।
महानदी के इन्हां बोहत हे अमृत कस पानी ।
कलकल करय इंदिरावती गाये गुरुतुर बनी ।
अरपा-पैरी, शिवनाथ, हसदो तोर गोड़ धोवइया
तोर बेटा आन दाई वो , परत हन तोर पईयां ।
जुल मिल के जम्मो झंन तोर कोरा मा रहिथन ।
तहीं हां सब के महतारी , तोरे गुण ला गाथन ।
तोर रक्षा खातिर दाई हम अपन जान देवइया
तोर बेटा आन दाई वो, परत हन तोर पईयां ।
तोर बेटा आन दाई वो, परत हन तोर पईयां ।
तोर कोरा मा हमन दाई, आये हवन वो ।
बड भागी आन माया पाए हवन वो ।
हमर जिनगी नइया के तँय हर खेवइया ।
तोर बेटा आन दाई वो, परत हन तोर पईयां ।
महानदी के इन्हां बोहत हे अमृत कस पानी ।
कलकल करय इंदिरावती गाये गुरुतुर बनी ।
अरपा-पैरी, शिवनाथ, हसदो तोर गोड़ धोवइया
तोर बेटा आन दाई वो , परत हन तोर पईयां ।
जुल मिल के जम्मो झंन तोर कोरा मा रहिथन ।
तहीं हां सब के महतारी , तोरे गुण ला गाथन ।
तोर रक्षा खातिर दाई हम अपन जान देवइया
तोर बेटा आन दाई वो, परत हन तोर पईयां ।
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