चोर मन ल चोर कहे मा डर लगथे।
बइरी के तरुवा चाटे बर मर लगथे।
सत बर लड़ने वाला लड़ के मर जाथे,
साले तुमला साथ रहे मा जर लगथे।
मर मर के जीना भी का जीना ये,
लड़ के मर जाये बर जिगर लगथे।
कुकुर मन ला जूठा पतरी चाटन दे।
स्वाभीमानी ला रोटी जहर लगथे।
बड़े बड़े रावण के राज सिरा जाथे
झुठ के लंका मेटे म छीन भर लगथे।
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