कीमत मनखे के कहाँ, महिमा पइसा के जहाँ।
मानवता ह नदात हे, मनखे मनखे खात हे।।
मानवता ह नदात हे, मनखे मनखे खात हे।।
जंगल के सब जानवर, आवत जावत हे सहर।
पछतावत मन मार के, जंगल सबो उजार के।
पछतावत मन मार के, जंगल सबो उजार के।
जहर हवा मा घोरथे, आघु पाछु डोलथे।
रोटी रोटी बोलथे, अउ मनखे ला तोलथे।
रोटी रोटी बोलथे, अउ मनखे ला तोलथे।
मोर गाँव के डोकरा, संग संग मा छोकरा।
खाये जाथे ओखरा, खाथे मिलके बोकरा।
खाये जाथे ओखरा, खाथे मिलके बोकरा।
तिवरा भाजी राँध के, भउजी भेजे बाँध के।
भइया खावय चाट के, सबो मया ला बाँट के।।
भइया खावय चाट के, सबो मया ला बाँट के।।
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