छन्न पकैया छन्न पकैया, ये जग आना जाना।
चार साँस के बोहे गठरी, मरघट तक पहुचाना।।
चार साँस के बोहे गठरी, मरघट तक पहुचाना।।
छन्न पकैया छन्न पकैया,तन माटी के ढ़ेला।
जिनगी भर हे तोर मोर अउ, जाबे चले अकेल्ला।
जिनगी भर हे तोर मोर अउ, जाबे चले अकेल्ला।
छन्न पकैया छन्न पकैया, मरबे रे अभिमानी।
तन के गरब करे रे काबर, लबरा हे जिनगानी।
तन के गरब करे रे काबर, लबरा हे जिनगानी।
छन्न पकैया छन्न पकैया, नदिया कस हे पानी।
बोहावत ले जीयत रहिबे, रुके बने कहानी।
बोहावत ले जीयत रहिबे, रुके बने कहानी।
छन्न पकैया छन्न पकैया,दुनियां एक झमेला।
ये मोह माया रिस्ता नाता, दू दिन के सब मेला।
ये मोह माया रिस्ता नाता, दू दिन के सब मेला।
छन्न पकैया छन्न पकैया, सबके आही पारी।
पाके पाके आमा झरगे, कच्चा के तैयारी।
पाके पाके आमा झरगे, कच्चा के तैयारी।
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